विषयपरक पाठ्यक्रम

भूमि संसाधन प्रबंधन के लिए सुदूर संवेदन अनुप्रयोग” पर 2 सप्ताह का विषय उन्मुख पाठ्यक्रम

संसाधनों के बेहतर उपयोग के लिए भूमि संसाधन प्रबंधन में भूस्थानिक प्रौद्योगिकियों का उपयोग व्यापक रूप से किया जाता है। इस 2 सप्ताह के पाठ्यक्रम में योजना, मानचित्रण, भूमि संसाधनों की निगरानी , कृषि, मृदा/ भूमि निम्नीकरण,जल संसाधन, भूमि उपयोग योजना, ग्रामीण विकास एवं आवश्यक व्यावहारिक सत्रों के साथ भूमि संसाधन प्रबंधन पहलू शामिल हैं।

जलवायु अध्ययन के लिए भूस्थानिक प्रौद्योगिकियों” पर 1 सप्ताह का विषयक पाठ्यक्रम

नई पीढ़ी के सुदूर संवेदन उत्पाद जो पृथ्वी के वायुमंडल के परीक्षण, जलवायु परिवर्तन या जलवायु से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों के जलमंडल एवं जीवमंडल के लिए अनोखा आधार प्रदान करते हैं। भूस्थानिक प्रौद्योगिकी उपकरण भूमि-वायुमंडल-महासागरीय प्रक्रियाओं पर स्थानिक-कालिक जानकारी पुन:प्राप्त / प्राप्त करने में सहायता करता है। प्रशिक्षण में जलवायु परिवर्तन, गतिशील स्थानिक आंकड़ा आधार जनन तथा जलवायु परिवर्तन को प्रभावित करने वाले मानदंडों के आंकड़ा विश्लेषण में शामिल भूस्थानिक उपकरणों के लिए अंतरिक्ष सूचना निवेश की मुख्य अवधारणाओं पर जानकारी को बढ़ाया जाता है।