उपयोगिता सॉफ्टवेयर

चित्र के मौज़ैक तैयार करने की उपयोगिता

Utility7चित्र का मोजैक तैयार करना एक प्रमुख कदम है जिसमें एकल दृश्य में बृहत क्षेत्र की अभिकल्पना के साथसाथ मानचित्रण अनुप्रयोगों के लिए बृहत क्षेत्र विकीरणमितीय (रेडियोमेट्रिक) रूप से संतुलित चित्र तैयार किया जाता है। मोज़ैकिंग बड़ा चित्र तैयार करने के लिए अतिव्याप्त (ओवरलैप्ड) भू-संदर्भित चित्रों को एक साथ जोड़ने की प्रक्रिया है। बहु-चित्रों के मोज़ैक के दो प्रमुख चरण रंग-संतुलन और जोड़ना हैं। रंग-मिलान की कई तकनीक उपलब्ध हैं, लेकिन दिए गए चित्रों के सेट के लिए कोई एकल रंग-मिलान तकनीक उपयुक्त नहीं है। इस उपकरण में, सांख्यिकीय आधारित स्वचालित टूल का उपयोग करते हुए चित्रों की 'एन' संख्या के रंग-मिलान और ओवरलैप्ड क्षेत्रों में 'कट लाइन फेदरिंग तकनीक' के साथ सीवनहीन मोज़ैकिंग के लिए मोज़ैक-सामान्यीकरण किया गया है। यह माना जाता है कि दोनों चित्र (मोज़ैक किए जाने वाले) ज्यामितीय रूप से पंजीकृत हैं एवं कुछ ओवरलैप्ड हैं तथा वे एक ही स्थानिक विभेदन के हैं। (1) डाउनलोड (2) प्रयोक्ता मैनुअल।

रिसोर्सैट चित्र के लिए अर्ध स्वचालित पंजीकरण उपयोगिता

Utility8रिसोर्सैट चित्रों को सुधारने के लिए बहुपदी रुपांतरण का उपयोग करते हुए अर्ध-स्वचालित पंजीकरण उपकरण विकसित किया गया है। इस उपयोगिता को वस्तु-अभिमुखी दृष्टिकोण के उपयोग से उच्च निष्पादन के उद्देश्य से संदर्भित चित्रों के सापेक्ष पंजीकृत चित्र तैयार करने के लिए प्रयोक्तानुकूल प्रक्रिया के साथ बनाया गया है । इसमें दक्ष चित्र संसाधन के लिए कई संसाधित्रों (प्रोसेसरों) का उपयोग करने की क्षमता है। यह मॉड्यूल जावा पर विकसित किया गया है जो स्वचालित टाई-पॉइंट बनाता है और नियंत्रण पॉइंट को हटाने, संशोधित करने और जोड़ने हेतु डिस्प्ले व्यूअर भी प्रदान करता है। यह मॉड्यूल बुनियादी चित्र अभिकल्पना के विकल्प जैसे पैनिंग, जूमिंग, स्क्रॉलिंग की सुविधा प्रदान करता है। यह मॉड्यूल विभिन्न पुनः प्रतिदर्शी तकनीकों जैसे निकटतम सामीप्य, द्विरेखीय एवं क्यूबिक संवलन (कॉन्वोल्यूशन) का समर्थन करता है। (1) डाउनलोड (2) उपयोगकर्ता मैनुअल।

भारतीय सर्वेक्षण विभाग (एस.ओ.आई.) के मानचित्र श्रृंखला से मुक्त (ओपन) श्रृंखला मानचित्र के मानचित्रण के लिए उपयोगिता

Utility9इस उपयोगिता का मुख्य उद्देश्य मुक्त शृंखला मानचित्र (ओ.एस.एम.) को पुरानी टोपोशीट से या इसके विपरीततः संबद्ध करने में प्रयोक्ता की सहायता करना है। ये टोपोशीट 1: 250,000; 1: 50,000 एवं 1: 25,000 के पैमाने पर भारतीय सर्वेक्षण विभाग द्वारा मुद्रित किए गए थे। पुराने स्थलाकृतिक मानचित्र एवरेस्ट डैटम-सामग्री तथा बहुशंकु प्रक्षेप पर आधारित हैं। नए ओ.एस.एम. मानचित्र यू.टी.एम., डब्लू.जी.एस.-84 डैटम-सामग्री पर आधारित हैं। टोपोशीट रूपांतरण उपयोगिता में एक ग्राफी प्रयोक्ता अंतरापृष्ठ (जी.यू.आई.) है जो जावा विस्तार तकनीक का उपयोग करता है। (1) डाउनलोड (2) प्रयोक्ता मैनुअल।