हवाई सेवाएं एवं डिजिटल मानचित्रण

अवलोकन

एनआरएससी में हवाई सेवा और डिजिटल मानचित्रण (एएसडीएम) गतिविधियों में मुख्य रूप से बड़े पैमाने पर स्थलाकृतिक मानचित्र और भारत में अत्यधिक बाढ़ प्रवण नदी विस्तार के लिए उच्च विभेदन वाले डिजिटल भू-आकृति (टेरेन) मॉडल (डीटीएम) और शहरी क्षेत्रों के अवसंरचना नियोजन में 2 डी / 3 डी मानचित्रण शामिल है। यह बड़ी संख्या में विशिष्ट अनुप्रयोगों जैसे आयतनमितीय (वॉल्युमेट्रिक) विश्लेषण, प्रस्तावित नए संरेखण गलियारों, 3 डी अभिकल्पना को पूरा करता है।

एनआरएससी के पास हवाई सुदूर संवेदन के क्षेत्र में चार दशकों का अनुभव है। यह विशेषज्ञता अनुप्रयोगों की मांग एवं समय-समय पर उपलब्ध अत्याधुनिक हवाई संवेदकों जैसे हवाई फिल्म कैमरा, बहु-स्पेक्ट्रमी स्कैनर, पूर्व के दिनों में हवाई चुंबकीय सर्वेक्षण और वर्तमान में बड़े प्रारूप वाले डिजिटल कैमरे (एलएफडीसी), डिजिटल कैमरों के साथ लेज़र स्कैनर (एलएसडीसी) आदि के अनुरूप विकसित की गई है, जो विशेष संवेदक जैसे संश्लेषी द्वारक रडार, जड़त्वीय मापन यूनिटों, रेडियो तुंगतामापी, तापीय संवेदक, अति स्पेक्ट्रमी संवेदक, वायुमंडलीय संवेदक आदि के लिए संवेदक वैधीकरण परीक्षण उड़ानों का समर्थन करते हैं।