शहरी अध्ययन

अनुप्रयोग

स्मारक निर्णय समर्थन प्रणाली (डीएसएस)

3600 से अधिक विरासत स्थलों और राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों के साथ भारत एक जीवंत और सांस्कृतिक रूप से विविधता वाला देश है, जिनमें से 36 स्थलों को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थलों के रूप में मान्यता प्राप्त है। ये धरोहर स्थल और स्मारक कीमती और गैर-नवीकरणीय संसाधन हैं, जिनका संरक्षण, सुरक्षा और निगरानी करने की आवश्यकता है। उभरती हुई भू-स्थानिक तकनीकों के साथ परम्परागत तकनीकों को तेजी से शहरीकरण के मद्देनजर प्रभावी रूप से और कुशलता से प्रबंधित करने के लिए आंकड़ा आधार (डेटाबेस) और कार्य योजना तैयार करना आवश्यक है।

एनआरएससी ने संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के साथ मिलकर देश में 'साइट प्रबंधन और विरासत केंद्रों की सूची' (स्मारक) नामक एक राष्ट्रीय परियोजना के अंतर्गत राष्ट्रीय महत्व के स्मारकों / साइटों के लिए प्रणालीगत सूची और साइट प्रबंधन योजनाओं के निर्माण की एक बड़ी पहल शुरू की है। स्मारक परियोजना को एएसआई एवं राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण (एनएमए), नई दिल्ली के सहयोग से लागू किया गया है।

संवर्धित सूची की प्रचालन दक्षता, साइट प्रबंधन योजना तैयार करने तथा एएसआई व अन्य हितधारकों की वैज्ञानिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए एक ऑनलाइन निर्णय सहायता प्रणाली (डीएसएस) विकसित की गई है। डीएसएस के दायरे में एनएमए के लिए ऑन-लाइन अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) संसाधन भी है, जिसमें दो मोबाइल ऐप, जैसे स्मारक-जी2जी (SMARAC-G2G) और स्मारक सिटीज़न (SMARAC CITIZEN), एक स्वचालित भू-संसाधन प्रणाली और नागरिकों से एनओसी के अनुरोध के तेज़ संसाधन के लिए एक वेब एप्लिकेशन का विकास शामिल है। स्मारक सिटीज़न (SMARAC – CITIZEN) ऐप को कुछ स्थानीय नियोजन प्राधिकरणों जैसे नई दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) और बृहन्मुंबई नगर निगम (जीएमएमसी), द्वारा उपयोग किया जाता है, जो नियत समय के भीतर एनओसी आवेदनों को संसाधित करने के लिए इसका उपयोग करती है।