भारतीय उपग्रहों के आंकड़ा (डेटा) उत्पाद

अवलोकन

इसरो ने 1988 के बाद से कई प्रचालनात्मक (ऑपरेशनल) सुदूर संवेदन उपग्रह प्रमोचित किए हैं। देश में विभिन्न प्रयोक्ता आवश्यकताओं को पूरा करने और वैश्विक उपयोग के लिए विभिन्न स्थानिक, वर्णक्रमीय(स्पेक्ट्रल) और कालिक विभेदनों में आवश्यक आंकड़े (डेटा) प्रदान करने के लिए ऑप्टिकल, सूक्ष्मतरंग (माइक्रोवेव) और अति स्पेक्ट्रमी (हाइपरस्पेक्ट्रल) उपकरणों के साथ उपग्रह को भेजा गया है।

प्रथम आईआरएस ऑप्टिकल मिशन यानी आईआरएस-1 ए और सार (एस.ए.आर.) इमेजिंग मिशन के समय से 13 से अधिक आईआरएस उपग्रहों से उपग्रह आंकड़ा (डेटा) उत्पादों को होस्ट करने के लिए एनआरएससी प्रमुख (नोडल) केंद्र है। उपग्रहों को प्राथमिक रूप से मिशन क्षमता के अनुसार भारत और आस-पास के क्षेत्र को कार्यक्रमपरक (प्रोग्रामेटिक) तरीके से या मांग के अनुसार कवर करने हेतु कार्यकारी बनाया गया है। एनआरएससी आपदाओं, अंशांकन और विशिष्ट अध्ययनों के लिए वैश्विक क्षेत्रों के आंकड़े (डेटा) भी प्राप्त और संग्रहीत करता है। वैश्विक आवरण हेतु जलवायु और मौसम के मॉडल के लिए आईआरएस मौसम संवेदकों से निकट वास्तविक काल के आंकड़ा (डेटा) उत्पादों को वितरित किया गया है। जियोटिफ, एचडीएफ जैसे मानक प्रारूपों (फॉर्मेट) में भू-संदर्भित, ऑर्थोकिट, ऑर्थो संशोधित (ऑर्थोरक्टीफाइड) उत्पाद प्रदान किए जाते हैं। बृहत्त ए.ओ.आई. के लिए प्रयोक्ता की आवश्यकताओं के आधार पर अनुकूलित मूल्य-वर्धित उत्पाद तैयार किए जाते हैं।

एनआरएससी आंकड़ा (डेटा) अभिसंग्रहण (आर्काइव) का उपयोग व्यापक रूप से भूमि उपयोग भूमि आवरण निगरानी (लैंड यूज लैंड कवर मॉनीटरिंग), महासागर अध्ययन, मौसम अनुप्रयोग और वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए किया जाता है। सरकारी एजेंसियों, उद्योगों और शैक्षणिक समुदायों (अकादमियों) को अपने संबंधित अंतिम उद्देश्यों को पूरा करने के लिए मूल्यवान विशाल आंकड़ा (डेटा) उत्पादों के संग्रह और प्रौद्योगिकी से अत्यधिक लाभ हो रहा है।