वानिकी

जैवमंडल रिजर्व का मानीटरन

जैव मंडल रिज़र्व (बीआर) यूनेस्को के प्रमुख कार्यक्रम “मनुष्य और जीवमंडल” के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नामित परिदृश्य / सीस्केप इकाइयाँ हैं। जैव-विविधता संरक्षण एवं सतत प्रबंधन पहलुओं के विकास की गतिविधियों के लिए जैव मंडल संरेक्षण क्षेत्र को तीन भागों में बांटा गया है यथा कोर, बफर एवं ट्रान्जिशन। परियोजना का उद्देश्य जैव मंडल रिज़र्व की घोषणा के बाद संरक्षण प्रभावशीलता पर जानकारी प्रदान करना है।

इस परियोजना ने वन प्रकार, 1: 50,000 पैमाने पर वन कैनोपी घनत्व और भूमि आवरण का हर पांच साल में चार जैवमंडल रिजर्व (पश्चिमी घाट के नीलगिरि व अग्स्त्यमलई, पूर्वी घाट का सिमिलीपाल एवं शुष्क क्षेत्र, गुजरात का कच्छ) के लिए आधारभूत स्थानिक जानकारी उत्पन्न की है। नीलगिरि जैवमंडल रिजर्व में शुष्क पर्णपाती वन प्रमुख वन प्रकारों में से एक है, जो लगातार आग लगने और आक्रामक विदेशी प्रजातियों -लैंटाना कैमरा- के आक्रामक औपनिवेशीकरण से प्रभावित था। आग और जैविक आक्रमण से प्रभावित निम्नीकृत वनों की पूर्वावस्था की प्राप्ति के लिए स्थानीय उत्पन्न स्पष्ट मानचित्र उपयोगी होंगे।