आपदा प्रबंदन सहायता

दावानल

भारत भर में राज्य के वन विभागों को दावानल नियंत्रण और प्रबंधन गतिविधियों को संचालित करने के लिए वनों में लगी हुई आग के स्थानों की समय पर सूचना प्रदान करने हेतु एनआरएससी की उपग्रह आधारित दावानल निगरानी, आपदा सहायता गतिविधियों में से एक है। सक्रिय दावानल निगरानी टेरा और एक्वा अंतरिक्ष यान पर उड़ने वाले मोडिस के उपग्रह आंकड़ा (डेटा) और सुओमी राष्ट्रीय ध्रुव-कक्षी साझेदारी (नैशनल पोलर-ऑर्बिटिंग पार्टनरशिप) (एसएनपीपी-वीआईआईआरएस)से दृश्य अवरक्त बिंबन विकिरणमापी सूट आंकड़ा (विजिबल इन्फ्रारेड इमेजिंग रेडियोमीटर सूट डेटा) का उपयोग करता है।

एनआरएससी के आंकड़ा संसाधन केंद्र में निकट वास्तविक काल में उपग्रह आंकड़े प्राप्त और संसाधित किए जाते है और उपग्रह आंकड़ा (डेटा) अभिग्रहण पूरा होने के 30 मिनट के भीतर प्रयोक्ताओं(एफएसआई, राज्य के वन विभागों)को जानकारी उपलब्ध कराई जाती है। पिछले एक दशक के दौरान सक्रिय आग, आग से जलने वाले क्षेत्र और दावानल प्रवृत्तियों के बारे में निकट वास्तविक काल अंतरिक्ष आधारित जानकारी प्रदान की गई है।

दावानल चेतावनियां भुवन पोर्टल के माध्यम से एक साथ वेब-प्रकाशित होती हैं। 2001 के बाद से सबसे सक्रिय दावनल स्थानों और इतिहास को भुवन-दावानल चेतावनी के माध्यम से देखा जा सकता है। दावानल और स्थानों की संख्या के बारे में वास्तविक काल की जानकारी आग नियंत्रण उपायों के लिए वन विभाग के लिए महत्वपूर्ण सूचना (इनपुट) है। एनआरएससी द्वारा जनित अभिसंग्रहित दावानल स्थिति आंकड़ा आधार (डेटाबेस) के साथ दावानल प्रवृत्ति विश्लेषण भी संभव है।