जल संसाधन

जल संसाधन सूचना प्रणाली

देश के सभी सिंचाई आंकड़ा आधार (डेटाबेस) के लिए एक विशिष्ट और समरूप आंकड़ा आधार (डेटाबेस) हेतु जल संसाधन सूचना प्रणाली का विकास समय की मांग है। एनआरएससी ने एक प्रमुख परियोजना "डेटाबेस का निर्माण एवं देश में वेब सक्षम जल संसाधन सूचना प्रणाली का कार्यान्वयन": भारत-वरिस (डब्लू.आर.आई.एस.) के लिए योगदान दिया है जो कि केंद्रीय जल आयोग (सी.डब्लू.सी.) का एक संयुक्त उद्यम है।

6 मॉड्यूल हैं –वरिस (डब्लू.आर.आई.एस.) इंफो खोज, वरिस एक्सप्लोरर, वरिस कनेक्ट, सफल कहानी साझा करें, जल संसाधन नियोजन एवं प्रबंधन तथा सूचना निवेश आंकड़ा (डेटा) निर्माता, 12 मुख्य सूचना प्रणालियां और 35 उप-सूचना प्रणालियां, 700 से अधिक विशेषताओं सहित 95 स्थानिक परतें (लेयर), 5-100 वर्षों का आंकड़ा (डेटा)। परियोजना के तहत 1:50,000 पैमाने पर देश के सभी जल संसाधन परिसंपत्तियों का आधार तैयार किया गया है जो एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन से जुड़े सभी सरकारी विभागों, गैर सरकारी संगठनों (एन.जी.ओ.) और अन्य हितधारकों द्वारा उपयोग किया जा रहा है।

एक विशेष भू-पोर्टल आई.एवं सी.ए.डी. के लिए “तेलंगाना जल संसाधन सूचना प्रणाली” त्वरिस (टी.डब्लू.आर.आई.एस.)विकसित किया गया जो राज्य के जल संसाधनों से संबंधित आवश्यक भू-स्थानिक सूचना देने में सक्षम है। यह इसरो द्वारा निष्पादित परियोजनाओं से व्युत्पन्न फील्ड आंकड़ों (डेटा), विरासत एवं वर्तमान जल संसाधन आंकड़ा आधार (डेटाबेस) के साथ राज्य सिंचाई विभाग के फील्ड आंकड़ा (डेटा) संग्रह की सुविधा प्रदान करता है। नियमित तौर पर मौसमी फसल क्षेत्र के आकलन हेतु उपग्रह आंकड़ों (डेटा) का उपयोग करने, विकास कार्यक्रमों जैसे मिशन भागीरथ एवं नियमित विकास कार्यों के प्रभाव का आकलन करने में सक्षम बनाने हेतु इंजीनियरों के लिए क्षमता निर्माण कार्य किया जा रहा है।