विहंगावलोकन


जल संसाधन क्षेत्र में सुदूर संवेदन अनुप्रयोग कई सिंचाई परियोजनाओं की योजना, निगरानी और प्रबंधन, सतही जल संसाधनों और विभिन्न जल संतुलन घटकों की उपलब्धता के आकलन हेतु महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं और एक वैज्ञानिक अनुप्रयोग के रूप में स्थानीय और क्षेत्रीय जल चक्र के सभी जल विज्ञान संबंधी घटकों का समाधान करते हैं। एनआरएससी द्वारा सिंचाई कमानों के निष्पादन मूल्यांकन और सिंचाई क्षमता उपयोग, देश भर में सिंचाई अवसंरचना के आकलन, नदियों को जोड़ने हेतु व्यवहार्यता अध्ययनों हेतु अंतरिक्ष इनपुट, नदी बेसिन स्तर पर जल संसाधनों का पुनर्मूल्यांकन, जलाशय अवसादन, मौसमी हिमपात और जल निकायों की जानकारी, हिम पिघलने से होने वाले अपवाह आदि पर कई परियोजनाएँ क्रियान्वित की गईं।


गतिशील बहु-संवेदक/उपग्रह आधारित सूचना की क्षमता राज्य/केंद्र स्तर पर जल संसाधन सूचना प्रणालियों के विकास की संभावनाएँ प्रदान कर रही है। ये सूचना प्रणालियाँ जल संसाधन संबंधी डेटाबेस के संगठन, क्षेत्रीय आंकड़ों के संग्रह और एकीकरण, विश्लेषण हेतु हितधारकों तक प्रसार और जल प्रबंधन योजनाओं की तैयारी के लिए बेहतर रूप से केंद्रित हैं। विभिन्न राज्य/केंद्र सरकार के जल संसाधन संगठनों के लिए संस्थागतकरण किया जा रहा है।