विहंगावलोकन


NRSC (राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र) आउटरीच फैसिलिटी, सुदूर संवेदन प्रौद्योगिकी और इसके अनुप्रयोग से जुड़े ज्ञान, दक्षता और संसाधन को फैलाने के लिए एक ज़रूरी मंच के तौर पर काम करती है। यहाँ एक विहंगावलोकन है:

  1. मिशन: NRSC आउटरीच फैसिलिटी का मुख्य मिशन लेक्चर, वीडियो, एग्ज़िबिट और VGS देकर स्पेस और सुदूर संवेदन प्रौद्योगिकी और एंड-यूज़र्स के बीच के गैप को कम करना है।
  2. क्षमता निर्माण (कैपेसिटी बिल्डिंग) अपने आउटरीच पहल के ज़रिए, NRSC का मकसद लोगों और संगठन की क्षमता को बढ़ाना है ताकि वे फ़ैसले लेने, पॉलिसी बनाने और सतत विकास पहल के लिए सुदूर संवेदन प्रौद्योगिकी प्रौद्योगिकी का असरदार तरीके से इस्तेमाल कर सकें।
  3. कोलेबोरेशन और नेटवर्किंग: NRSC आउटरीच फैसिलिटी, नॉलेज शेयरिंग, कोलेबोरेटिव रिसर्च और सुदूर संवेदन अनुप्रयोग में उत्तम चलन के विनिमय को बढ़ावा देने के लिए निजी अंतरिक्ष एजेंसियों, अनुसंधान संगठन, कॉलेज, स्कूल और NGOs जैसे नेशनल पार्टनर के साथ मिलकर काम करती है।
  4. जन जागरूकता: व्यावसायिक प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण क्रियाकलापों के अलावा, यह सुविधा आम लोगों के बीच अंतरिक्ष और सुदूर संवेदन प्रौद्योगिकी की समझ और तारीफ़ को बढ़ावा देने के लिए जनसम्पर्क और जागरूकता अभियान भी चलाती है। इसमें स्कूलों और सामुदायिक समूहों को लक्ष्य करके प्रदर्शनी, जं व्याख्यान और शैक्षिक कार्यक्रम आयोजन करना शामिल हो सकता है।

कुल मिलाकर, NRSC आउटरीच फैसिलिटी समाज की चुनौतियों से निपटने और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए अंतरिक्ष और सुदूर संवेदन प्रौद्योगिकी को बड़े पैमाने पर अपनाने और असरदार तरीके से इस्तेमाल करने को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाती है।