उपग्रह भू-केंद्र सेवाएं

अवलोकन

भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह कार्यक्रम ने पिछले कुछ दशकों में अंतरिक्ष और जमीनी दोनों क्षेत्रों में तेजी से तकनीकी प्रगति देखी है। उच्च-विभेदी उपग्रह कार्यक्रमों के उद्भव से, 10 एमबीपीएस से 960 एमबीपीएस तक की आंकड़ा दर वृद्धि के साथ, भू-केंद्रों की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। इन चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, एनआरएससी ने वर्तमान और भावी पृथ्वी प्रेक्षण मिशनों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक एस/एक्स (S/X) बैंड द्वि ध्रुवीकरण 7.5मी ऐंटेना प्रणाली की अभिकल्पना एवं विकास किया है।
 
एनआरएससी भारतीय और विदेशी प्रयोक्ताओं के लिए एस और एक्स बैंड पर सुदूर संवेदी उपग्रह आंकड़ा प्राप्त करने के लिए ऐंटेना प्रणाली स्थापित कर सकता है, जो अंतरिक्ष विभाग (डीओएस) की मंजूरी के अधीन है।