संग्रहित आंकड़ा आदेश

अवलोकन

उपग्रह प्लेटफार्मों से भू प्रेक्षण (ईओ) वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय स्तरों पर पर्यावरणीय मूल्यांकन के साथ प्राकृतिक संसाधनों के मानचित्रण, निगरानी और प्रबंधन के लिए एक अनिवार्य उपकरण साबित हुआ है। यह विशेष रूप से बहु-मंच (मल्टी-प्लेटफ़ॉर्म), बहु-विभेदन (मल्टी-रिज़ॉल्यूशन), बहुकालिक (मल्टी-टेम्पोरल) और सम्मिलित दृश्य (सिनॉप्टिक व्यूइंग) क्षमताओं के कारण विभिन्न अंतरिक्ष प्लेटफ़ॉर्म से होता है। एनआरएससी भारत में उपग्रह वितरण के लिए एक प्रमुख (नोडल) केंद्र है। एनआरएससी आंकड़ा केंद्र(एनडीसी) भारतीय और सार्क-बिम्सटेक देश के प्रयोक्ताओं को आईआरएस आंकड़ा वितरण के लिए जिम्मेदार है। इसके अलावा, एनडीसी भारतीय प्रयोक्ताओं को विदेशी उच्च विभेदन उपग्रह आंकड़ों के वितरण के लिए भी जिम्मेदार है।

ईओ उपग्रहों के आंकड़े वैश्विक स्तर से स्थानीय स्तर तक पृथ्वी प्रणाली की बेहतर समझ के लिए प्रयोक्ता समुदाय की व्यापक सूचना आवश्यकताओं हेतु समर्थन करते हैं और प्राकृतिक संसाधनों, कृषि, जल, भूमि उपयोग, जंगलों, मौसम, प्राकृतिक आपदाओं इत्यादि पर जानकारी प्रदान करने में मदद करते हैं। भारतीय सुदूर संवेदन (आईआरएस) उपग्रहों की श्रृंखला पर नीतभार सहित, भारतीय ईओ प्रणाली देश में प्रयोक्ता समुदाय को कई प्रकार की परिचालन सेवाएं प्रदान करती हैं।

उपग्रह आंकड़ों को अभिग्रहित, संसाधित एवं प्रयोक्ता समुदाय में मानक और मूल्य वर्धित उत्पादों के रूप में वितरित किया जाता हैं। आंकड़ा अभिग्रहण से उत्पाद सुपुर्दगी तक के प्रतिवर्तन काल को कम करने के लिए; और महत्वपूर्ण अनुप्रयोगों के लिए निकट वास्तविक काल आंकड़ा प्रदान करने के लिए, एनआरएससी के शादनगर परिसर में भू-प्रेक्षण उपग्रहों हेतु समेकित बहु-मिशन भू खंड (इमजियोस) प्रारंभ किया गया है।