वर्ष 2005-06, 2011-12 और 2016-17 के तीन ऋतुओं के आईआरएस लिस-III डेटा का उपयोग करके 1:50,000 पैमाने पर देश में भूमि उपयोग / भू-आवरण की जानकारी तैयार की गयी है। हेड्स-ऑन (ऑनस्क्रीन) डिजिटलीकरण विधियों द्वारा स्तर-I और II श्रेणियों में सीमांकन के लिए चित्र प्राचलों यथा टोन, बनावट, पैटर्न, आकार, आकृति के आधार पर एलयू/एलसी वर्गों का अर्थनिवर्चन किया जाता है। 2005-06 से 2011-12 की अवधि में एलयू/एलसी परिवर्तन को दर्शाने के लिए परिवर्तन मानचित्रण भी किया जाता है ।
इस परिवर्तित एलयूएलसी डेटा ने देश के लिए भूमि उपयोग / भूआवरण में हो रहे बड़े बदलावों पर अन्तर्दृष्टि प्रदान की है। यह प्रशासनिक सीमा से परे नदी बेसिन, भू-आकृतिक इकाई (यूनिट) वार, कृषि जलवायु क्षेत्र वार आदि से परे इन डेटाबेस का उपयोग करने में सक्षम बनाता है। अब ये एलयूएलसी डेटाबेस 2015-16 के ऑर्थो संशोधित आईआरएस लिस-III उपग्रह चित्र द्वारा अद्यतित (अपडेट) किया जा रहा है। एलयूएलसी-50के जानकारी भुवन-एलयूएलसी 50के पर रखी गई है।
इस परियोजना को सभी राज्य स्तरीय संगठनों की भागीदारी के साथ निष्पादित किया जाता है। यह जानकारी सरकार के कई विकासात्मक कार्यक्रमों के लिए आधार (बेसलाइन) सूचना प्रदान कर रही है और प्राकृतिक संसाधनों के इष्टतम प्रबंधन के लिए नीति बनाने में मदद करती है। शोधकर्ता और जलवायु मॉडलर इसे बड़े पैमाने पर जल-विज्ञानी (हाइड्रोलॉजिकल) मॉडलिंग और जलवायु अध्ययन के लिए विश्वसनीय इनपुट के रूप में उपयोग कर रहे हैं।