भारत का कॉफ़ी बागान एटलस


भारत के कॉफी बागान एटलस में भारत के पारंपरिक, गैर-पारंपरिक और उत्तर-पूर्वी कॉफी उत्पादक क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्तर पर कॉफी बागानों की सूची बनाने हेतु सहयोगी परियोजना 'राष्ट्रीय स्तर पर कॉफी बागानों की भू-स्थानिक सूची' (जियो-कप) की मुख्य विशेषताएं शामिल हैं। यह परियोजना कॉफी बोर्ड, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से की गई थी। कॉफी दुनिया भर में दूसरी सबसे अधिक कारोबार वाली वस्तु है और इसके उत्पादन का अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू दोनों अर्थव्यवस्थाओं पर प्रभाव पड़ता है। कॉफी इस क्षेत्र की अनूठी जैव-विविधता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान देती है और विभिन्न जनजातियों की आजीविका सहित दूरस्थ, पहाड़ी क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए भी जिम्मेदार है। एटलस में प्रयुक्त उपग्रह डेटा, अपनाई गई कार्यप्रणाली और कॉफ़ी बागान मानचित्रों का विवरण प्रस्तुत किया गया है।


'भारत का कॉफ़ी बागान एटलस' देखने/डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें