“भूस्थानिक प्रद्यौगिकियों एवं अनुप्रयोगों” पर 12 सप्ताह के पाठ्यक्रम में मूलभूत सुदूर संवेदन, डिजिटल बिंब संसाधन एवं कृषि,मृदा, वानिकी, भूमि उपयोग/आवरण, भू-विज्ञान, भू-आकृति विज्ञान, शहरी अध्ययन, जल संसाधन, वाटरशेड और ग्रामीण विकास, महासागर, वायुमंडलीय विज्ञान और आपदा प्रबंधन में आवश्यक आभ्यासिक तथा अनुप्रयोगों के साथ जीआईएस प्रौद्योगिकियों के बारे में चर्चा होंगी इसके बाद 3 सप्ताह का व्यावहारिक व क्रियाशील परियोजना होगी